रूही के पापा शहर के सरकारी ऑफिस में जॉब करते है रूही की मां एक हाउस वाइफ है। रूही की एक छोटी बहन है और एक छोटा भाई है रूही की मां को गाने का बहुत शौंक होता है जब भी घर में मौका मिलता है वो अपने बच्चो को गाना सुनाने लगती है।
रूही के पिता तेज़ दिमाग़ वाले और समझदार व्यक्ति है। वह ज्यादातर ऑफिस के कामों में लगे रहते हैं। इसलिए वो छुट्टी वाले दिन सारा समय अपने परिवार के साथ बिताते हैं। अपने परिवार के खातिर वो अपनी जान देने के लिए भी तैयार रहते हैं।
एक बार हुआ यू की रूही की 21 वी बर्थडे पार्टी चल रही होती है। पार्टी में आस पड़ोस और रूही के कॉलेज के दोस्त आए हुऐ होते हैं।
कॉलेज के कुछ लड़के रूही के घर शराब ले जाते हैं जिसका रूही को पता नहीं होता ।एक रोहन नाम का लडका है जो रूही को पसंद करता है वो भी पार्टी में आ जाता है वैसे तो रोहन अच्छा लड़का है लेकिन जब वो शराब पी लेता है तो उसका खुद पर काबू नहीं रहता और यही रोहन की सबसे बुरी बात है। रूही के घर यह शराब लेकर जाने वाला आइडिया भी रोहन का ही होता है।
रूही को इस बात का पता नहीं होता की रोहन उसे पसंद करता है और वो यह भी नहीं जानती की रोहन आज उसे बर्थडे पार्टी पर अपने दिल की बात कहने वाला है। रोहन ने भी पूरा मन बना लिया था कि आज वो रूही को अपने दिल की बात कह के ही रहेगा रूही रोहन को पसंद नहीं करती लेकिन रोहन रूही को चाहता है।
रोहन ज्यादा शराब पी लेता है नशे में धुत हो जाते हैं। रूही अपनी सहेलियों के साथ डांस कर रही होती है रूही को प्यास लगती है और वो पानी पीने साइड में जा रही होती है तभी रोहन आकर शराब के नशे में रूही का हाथ पकड़ लेता है उसे जबरदस्ती किस कर देता है।
रूही कहती है छोड़ो मुझे रोहन यह सब क्या कर रहे होमैं तो तुम्हे अच्छा लड़का समझती थी लेकिन तुम भी वैसे ही निकले रोहित चिल्लाती है लेकिन डीजे की आवाज में किसी को कुछ सुनाई नहीं देता रोहन बदतमीजी करने की कोशिश करता है।
रूही वहा से उपर सीढ़ियों की तरफ भागती है रोहन भी उसके पीछे पीछे भागता है भागते भागते अचानक रोहन का पांव फिसल जाता है। रोहन एकदम से नीचे गिर जाता है रोहन के सिर पर चोट लगती है सिर पर चोट लगने की वजह से रोहन की वहीं तुरंत मौत हो जाती है।
रूही यह सब देख के घबरा जाती है और वही बेहोश हो जाती है रूही के पापा ऑफिस से लेट पर पहुंचते हैं जब वह सब देखते हैं तो चौक जाते हैं सबसे पहले वो बाहर जो पार्टी चल रही होती है उसे बंद करते हैं बोलते हैं रूही की तबीयत खराब है अब आप लोग सब घर जाइए पार्टी बंद हो जाती है सभी अपने अपने घर चले जाते हैं।
रूही के सभी घरवाले इकट्ठे होते हैं रूही को होश में लाते हैं। और पूछते हैं बेटा यह क्या है तो रूही बताती है पापा यह रोहन है मेरे कॉलेज मैं पढ़ता है यह भी पार्टी में आया था और इसने मेरा हाथ पकड़ा मुझे किस किया मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहा था मैं सीढ़ियों की तरफ आ रही थी और इसका पैर फिसल गया और यह नहीं गिर गया इसके सिर पर चोट लगी है यह मर गया है पापा मैं बहुत घबरा गई थी कुछ कीजिए मुझे बहुत डर लग रहा है।
रूही के पापा घरवालों को कहते हैं तुम सभी एक कमरे में जाओ वही आराम करो इसको मैं देखता हूं रूही के पापा रोहन की लाश को बोरी में डालकर खून साफ करके कहीं दफनाते हैं और वह किसी को नहीं बताते कि उन्होंने लाश को कहां दबाया है अगले दिन रूही कॉलेज जाती है कॉलेज में सभी बच्चे इकट्ठे होते हैं रोहन के मां-बाप भी वही आए होते हैं सभी के बीच यह बातें हो रही होती हैं कि रोहन भी कल पार्टी में गया था और घर वापस नहीं गया यह सब देख कर रूही घबरा जाती है कि कहीं किसी को कुछ पता ना लग जाए।
रूही तुरंत अपने पापा को फोन करती है और कहती है पापा मुझे बहुत डर लग रहा है कुछ कीजिए तो रूही के पापा बोलते हैं घबराओ मत बेटा मैं हूं ना तुम घर वापस आ जाओ उधर कॉलेज में सबको शक होता है कि रोहन कल पार्टी में तो गया था वही कुछ हुआ है
2 दिन बीत जाते हैं रोहन के घर वाले पुलिस कंप्लेंट करते हैं पुलिस छानबीन में लग जाती है इंक्वायरी करते-करते पुलिस रूही के घर में पूछताछ के लिए आती है रूही के पापा ने घरवालों को बताया था चाहे कुछ भी हो जाए तुम कुछ नहीं बोलोगे ना ही डरना है ना ही घबराना है। पुलिस जब पूछताछ कर रही होती है तो सब यही कहते हैं रोहन कॉलेज के दोस्तों के साथ आया था पार्टी में और उन्हीं के साथ चला गया होगा हमको याद नहीं कॉलेज से बहुत बच्चे आए थे किस-किस को याद रखेंगे।
रूही की छोटी बहन घबरा जाती है और एक पुलिस ऑफिसर को शक होता है।
पुलिस की इंक्वायरी चलते चलते महीना बीत जाता है लेकिन रोहन का किसी को कुछ नहीं पता लगता पुलिस रास्तों के कैमरों को चेक करती है लेकिन कुछ नहीं मिलता जिस पुलिस ऑफिसर को रूही की छोटी बहन को देखकर शक हुआ था वो सोचता है कुछ तो गड़बड़ है।
वह पुलिस ऑफिसर एक प्लान बनाता है वो रूही की छोटी बहन के स्कूल जाता है और वहां रूही की छोटी बहन को मिलता है वह छोटी बच्ची को कहता है कि मुझे पता है तुम्हारे घर वालों ने ही रोहन को कहीं गायब किया है और मैं तुम्हारे घर वालों को पुलिस स्टेशन ले जाकर बंद कर दूंगा छोटी बच्ची यह सब सुनकर डर जाती है और वो कह देती है कि रोहन को हमारे पापा ने कहीं दफना दिया वो दीदी को छेड़ रहा था और सीढ़ियों से गिरकर मर गया पापा ने उसको कहीं दफना दिया छोटी बच्ची सब सच बोल देती है।
पुलिस इस बात का फायदा उठाकर रूही के सारे परिवार को पुलिस स्टेशन ले आती है।
रूही के पापा को डराया जाता है कि तुम्हारे परिवार वालों को तुम्हारे साथ जेल में बंद कर दिया जाएगा हमें सब सच सच बता दो लेकिन रूही के पापा कुछ नहीं बोलते वह कहते हैं मुझे कुछ नहीं मालूम इस बारे में मेरे परिवार को और मुझे छोड़ दो पुलिस वाले कहते हैं तुम्हारी छोटी बेटी ने सब सच सच बता दिया है अब तुम्हारा भांडा फूट गया है अपना जुर्म कबूल कर लो तो रूही के पापा बोलते हैं वह तो छोटी बच्ची है उसे क्या मालूम है अगर आपके पास कोई सबूत है तो मेरे से बात करिए।
कई दिन बीत जाते हैं महीनों निकल जाते हैं लेकिन कोई सुबूत नहीं मिलता पुलिस नए-नए तरीके ढूंढती है रूही के घरवालों से सच निकलवाने की कोशिश करती है लेकिन कुछ हासिल नहीं होता बहुत टाइम बीत जाने के बाद कोई सबूत ना मिलने के कारण पुलिस को मजबूरन इस केस को बंद करना पड़ता है लेकिन सच तो यही है की रूही से बदतमीजी करते वक्त सीढ़ियों से पांव फिसलने के कारण रोहन की मौत हो जाती है और यह सब छुपाने के लिए रूही के पापा रोहन की लाश को दफना देते हैं। समय के साथ-साथ सब कुछ ठीक होने लगता है पुलिस भी शांत हो जाती है क्योंकि कोई सबूत नहीं मिलता रूही के घर वालों के खिलाफ लेकिन रोहन की मां शांत नहीं होती वह कुछ ना कुछ करती रहती है कि उसके बेटे का कुछ पता लगे।
रोहन की मां को यह तो पता था कि रोहन को रूही के पापा ने ही कहीं दफनाया है लेकिन कहां दफनाया है यह नहीं पता चल रहा था। जो पुलिस की टीम इस केस की छानबीन कर रही थी उसमें से एक पुलिस वाला रोहन की मां का दोस्त था उसका नाम सुनील है वो अक्सर रोहन की मां से मिलता था वो हमेशा कहता था कि मैंने उस छोटी बच्ची की आंखों में सच देखा है मुझे पक्का यकीन है कि वो सच ही बोल रही थी लेकिन हमारे हाथ भी कानून के दायरे में बंधे हुए हैं जब तक कोई पक्का सबूत नहीं मिलता हम भी कुछ नहीं कर सकते।
सुनील कहता है एक ना एक दिन रूही का बाप फसे गा जरूर। 2साल बाद रोहन के पिता रूही के पापा के पास आते और कहते हैं तुम किसी और को नहीं मुझे ही बता दो मेरे बेटे की लाश कहां है मुझे उसका अंतिम संस्कार करना मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ता हूं रूही के पापा जवाब देते हैं कि मैं इसमें आपकी कोई मदद नहीं कर सकता कृपया दुबारा मेरे पास ना आए।
जिस दिन जिस समय रूही के पापा ने रोहन की लाश को दफनाया था उसी दिन एक चोर किसी घर से चोरी करके भाग रहा था उसने रूही के पापा को देखा तो था लेकिन उसे नहीं पता था कि वह कौन है वो चोर पकड़ा गया था वो अपनी सजा पूरी करके जेल से बाहर आता है
उसे कही से इस बात का पता चल जाता है कि जिस आदमी को चोरी करके भागते वक्त मैंने देखा था वह कोई और नहीं रूही का ही बाप है।
वह तुरंत पुलिस के पास जाता है लालच में क्योंकि पुलिस ने यह इनाम रखा था कि जो भी रोहन के बारे में इंफॉर्मेशन देगा उसको पांच लाख रुपए इनाम में दिए जाएंगे।
फिर से 3 साल बाद रूही के परिवार वाले मुसीबत में आ जाते हैं फिर से पुलिस उन पर कार्रवाई करने लगती है उस चोर के बयान पर रूही के पापा पर फिर से केस चलने लगता है लेकिन रूही के पापा ने कुछ नहीं बोला।
चोर ने भी सिर्फ यही बताया था की उसने रूही के पापा को देखा है लेकिन यह नहीं बताया था की उसने रोहन की लाश को दफनाते हुए देखा था फिर से रोहन का कुछ नहीं पता लगता रोहन के पिता रोहन की मां को कहते हैं कि अब बस करो कुछ नहीं होने वाला यह सब छोड़ दो जो होना था हो गया अब हम इस देश से चले जाएंगे और बाहर अपनी जिंदगी बिताएंगे।
पुलिस इस केस को बंद कर देती है रोहन की मां और पिता विदेश जाने के लिए तैयार हो जाते हैं रूही की फैमिली भी अब सब कुछ भूल जाना चाहते हैं। रूही के पिता किसी को कुछ बिना बताए रोहन की शरीर की हड्डियों का कुछ हिस्सा रोहन के पिता के पास पहुंचा देते हैं रोहन के पिता रोहन का अंतिम संस्कार करवा देते हैं रोहन की मां भी वहीं मौजूद होती है। रोहन का अंतिम संस्कार हो जाता है बाकी हिस्सा किसी को नहीं पता होता कहां है रोहन की फैमिली विदेश जाकर रहने लगती है और रूही की फैमिली यही दूसरे शहर में चली जाती है और अच्छे से रहने लगती है पुलिस रोहन का परिवार और रूही की फैमिली सब कुछ भूल जाते हैं।
सभी लोग अपनी नई जिंदगी शुरू करते हैं पुरानी बातें भूल जाते हैं