आज के समय में बहुत सारे हिन्दू विदेशों में रहते हैं विदेश में रहने कि वजह से कई हिन्दू अपनी सनातन परंपरा को भूलते जा रहे हैं और हा यह बात भी सच कि कुछ विदेशी हिन्दू मांस खाते हैं।
विदेशो में मांस खाने पर कोई पाबंदी नहीं है ना ही किसी तरह की मांस खाने में कोई रोक टोक है इसलिए विदेशो में लोग अपनी मर्जी का मनपसंद मांस खा सकते है कोई पूछने वाला नहीं है कि आपने मांस कहा और क्यो खाया
वहा पर तो हर तरह का मांस मिलता है बड़ी-बड़ी कंपनियां है जो मांस मीट बेचती है।
विदेशो में तो लोग भेड़, बकरी, मुर्गे, मुर्गियां, बतख, सुअर आदि कई जानवरों का मांस खाते हैं वहा के लोग तो गाय को भी खाते हैं हिन्दू धर्म में तो गाय को मां का दर्जा दिया जाता है और हर जानवर से प्रेम करने को कहा जाता है
हिन्दू धर्म में कहा गया है कि मनुष्य को मांस नहीं खाना चाहिए किसी भी जीव की हत्या अपनी भूख मिटाने के लिए नहीं करनी चाहिए लेकिन कुछ लोग धर्म को नहीं मानते धर्म की मान्यताओं को नहीं मानते इसलिए वह मांस खाने में कोई संकोच नहीं करते हैं।
हिन्दू धर्म में तो जानवरों,पशु पक्षियों,पेड़ पौधों से प्रेम रखने को कहा जाता है उन्हें कोई भी नुकसान ना पहुंचाने को कहा जाता है हिन्दू धर्म में इन सभी का किसी ना किसी भगवान से संबंध में मिलता है कोई किसी की सवारी है तो किसी की उस रूप में पूजा होती है।
क्या विदेशो में रहने वाले हिंदुओं को मांस खाने से डर नहीं लगता है?
अब कुछ लोग यह भी पूछते हैं कि विदेश में रहने वाले हिंदुओ को मांस खाने से डर नही लगता विदेश में रहने वाले कुछ हिन्दू लोग धर्म को ही नहीं मानते तो उनको कैसा डर लगेगा।
विदेश में रहने वाले कुछ हिन्दू पूजा अर्चना नहीं करते हिन्दू धर्म की परंपराओ मान्यताओं को नहीं मानते तो उन्हें कैसा डर लगेगा इसलिए वो मांस खाने से डरते नहीं है वो कहते है विदेशी लोग भी तो मांस खाते हैं उन्हें कुछ नही होता तो हम भी खा सकते हैं और यह तर्क देते है मांस में तो प्रोटीन होता है यह सेहत के लिए अच्छा होता है।
अब आपको मांस खाना है या नहीं यह आपका अपना निजी मामला है सनातन हिन्दू धर्म तो मांस खाने को नहीं कहता हिन्दू धर्म के अनुसार शुद्ध शाकाहारी भोजन ही खाना चाहिए।